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मंगलवार, 2 अगस्त 2016

कथा भक्त सालवेग कि.......

1500 A.C तक मुस्लिम पुरे भारत मेँ फैल गये थे ।
हिन्दु कन्या ओँ को जबरन उठा लेते और सादी करते ।
ऐसे ही एक ब्राम्हण कन्या के साथ हुआ ।

पर उसने अपने धर्म से आस्ता वनाये रखा ।

उसका बेटा मुस्लीम सेनापती बन गया ।
एक दिन वो युध्ध मेँ बुरी तरह घायल हुआ ।
बिमार पुत्र को उस मा ने इतना कहा पुत्र ईस भयानक आपदा से अब तुम्हे कृष्णही बचा सकते है । उनके सरण मेँ जा । वो तुम्हे इस दुख से मुक्त करेगेँ । मा के वात को मानतेहुए उसने पुरी रात कृष्ण नाम जाप किया । सुबह वो क्या देखता है उसके सारेघाऊ भर चुके है अब वो बिलकुल स्वस्थ है । तब उसके माँ ने उसे कहा की वो जगन्नाथ पुरी जा कर भगवान के दर्शन करेँ । वो जगन्नाथपुरी गया । और वाहाँ वो भगवान भक्ति मेँ ऐसा डुबा की फिर कभी लौट ना सका । वो और कोइ नहीँ भक्त सालवेग है ।
वो उडिशा के रसखान है ।

उनके लिखीँ भजन इतने भावमय है की आप खुद को भक्ति रस मेँ डुबा पायेगेँ ।

उनके समाधि जगन्नाथ पुरी मेँ कभी पुरी जायेँ तो जरुर इस भक्त की दर्शन करेँ ।।।।।।

ॐ जय जगन्नाथ ।।।।।।

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