1.वैशाख शुक्ल त्रुतीया अर्थात् अक्षय त्रृतीया मे # चंदनयात्रा
इसे गंधलेपन यात्रा भी कहा जाता है ।
2.स्नान पूर्णिमा यानी जैष्ठ शुक्ल पूर्णिमा
# स्नानयात्रा!
इसी दिन श्री जगन्नाथजी का जन्म हुआ था बताया जाता हे !
विश्वकर्मा आधा मूर्ति बनाके
अंतर्ध्यान हो गए थे !
भगवान जी का गजरुप होता है ।
3.रथयात्रा
आषाढ़ शुक्ल द्वितीया
भाई बहन को साथ लिए प्रभु रथ से माउसीमाँ मंदिर तक यात्रा करते है ।
4.आषाढ़ शुक्ल एकादशी
हरिशयन एकादशी
# बाहुड़ायात्रा
भगवानजी का श्रीमंदिर प्रत्यावर्तन उत्सव !
5. कर्कट संक्रान्ति
श्रावण कृष्ण द्वितीया
# दक्षिणायनयात्रा
6. भाद्रव शुक्ल एकादशी
पार्श्व परिबर्त्तन एकादशी
# पार्श्वपरिबर्त् तनयात्रा
7. कार्त्तिक शुक्ल एकादशी
हरि उथ्थापन एकादशी देवोत्थान एकादशी
# प्रवोधनयात्रा
8.मृर्गशीर शुक्ल षष्ठी
मूलक षष्ठी गृह षष्ठी
ओढ़ण षष्ठी
# प्राबरणयात्रा
प्रभु शीतवस्त्र परिधान करते है ।
9. फालगुन शुक्ल पूर्णिमा
# पुष्याभिषेकयात् रा
10. मकर संक्रान्ति
माघ कृष्ण सप्तमी
# उत्तरायणयात्रा
11.फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा
दोलोत्सोव बसन्तोत्सव
12 चैत्र शुक्ल चतुर्दशी
दमनक लागि या
# दमनकचोरी
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