8 साल पहले 10 नवेम्बर 2007 को
Puri Ahamadabad express मैँ भाई
#राजेश_पण्डा जी के साथ
#सुरत आ रहा था !
उसी ट्रेन मे हमारे सामनेवाले सीट पर एक #प्रौढ़ #गुजराती #युगल भी था !
ये लोग #श्रीजगन्नाथधाम दर्शन
पश्चात घर लौट रहे थे
एक #ओड़िआ लौँडा जो कि #गुजरात एक दो बार हो आया था
उनके साथ बातेँ करने मे
मशगुल था
तभी वहाँ बैठी
गुजराती #महिला ने एक दमदार प्रश्न पुछलिया
जिसका उत्तर किसी साधारण व्यक्ति के लिए आसान न हो
प्रश्न था
#श्री #जगन्नाथपुरी #कि #विशेषता
#क्या #है ?
अब वो लौँडा
शायद #खाद्यप्रिय घराने से होगा
उसने #पुरुषोत्तमपुरी कि रसोईघर
से लैके गुप्त खजानोँ तक के कथाओँ का वर्णन कर दिया !
उसका उत्तर सुनके गुजराती महिला
#स्मितहास्य करने लगी ....
अब वही प्रश्न जब #बाउन्सर बनके
भाई #राजेश_पाण्डा जी कि ओर
उछला
उन्होने उस प्रश्न को सुलझाने के लिए एक #तात्विक उत्तर दिया
जिसे सुनने के बाद गुजराती महिला
#संतुष्ट दिखी
उत्तर था --
"कहीँ #नारी कि पूजा हुई
कहीँ #पुरुष पूजे गए
यह भारत का एक अकेला
ऐसा क्षेत्र है
जहाँ #भाई #बहन ओर उनके
#पवित्र #रिस्ते को #एहमियत मिले !"
"विश्व भर मे श्रीजगन्नाथ"
* ओड़िशा मे पुरी जगन्नाथ धाम सहित कुल 3141 श्रीजगन्नाथ मंदिर है !
अन्य भारतीय राज्योँ मे 244
तथा विदेशोँ मे 154 मंदिर पाया गया है ।
विदेशोँ मे स्थित 154 श्रीजगन्नाथ मंदिरोँ मे से 54 मंदिर केवल
अमरिका मे है !
...2...
सर्वप्रथम
अमरिका मे 1968 ,
कानाड़ा मे 1972 तथा
फ्राँस मे 1991 मे रथयात्रा का आयोजन किया गया था..,
विश्वभरमे अपने मंदिरोँ मे प्रभु 24 नामोँ से पूजे जाते है ।
अबतक 102 राजा विदेशोँ मे करचुके है श्रीजगन्नाथ जी कि सेवा !
....(3)....
आलवामा मे रहनेवाले एक वैज्ञानिक माईकेल ने आठ साल पहले श्रीजगन्नाथजी कि मूर्त्ति को चाँद पर ले जा चुका है ।
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